Neem Karoli Baba Aur Rog Mukti Vaidik Mantra प्रिय भक्तों आज हम आप सभी को ऐसे मंत्र के बारे में बताएंगे जिसका उच्चारण करके आप सभी रोगों से मुक्ति पा सकते हैं। हम सभी के जीवन में अनेकों अनेक रोग कभी न कभी आ ही जाते हैं जिनकी वजह से हम सभी का जीवन हस्त व्यस्त हो जाता है। परम पूज्य श्री नीम करोली बाबा की कृपा से और हनुमान जी के आशीर्वाद से हम सभी को बाबा जी का सानिध्य प्राप्त हुआ और बाबा जी के सानिध्य में रहकर हम सभी ने राम नाम रूपी मंत्र को जाना जिसके उच्चारण मात्र से हम सभी को प्रभु श्री राम के साथ-साथ हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है। बाबा जी के दिशा निर्देशों के अनुसार हम सभी अपने जीवन की मोह माया से मुक्ति पा सकते हैं। यूं तो जब तक जीवन है तब तक माया से मुक्ति पाना संभव नहीं हो पता परंतु गृहस्थ जीवन में रहकर भी एक सन्यासी का जीवन जीना सहज हो सकता है यदि हम ईश्वर में अपने मन को रमाने का प्रयास करें और अपने कर्म पर ध्यान दे क्योंकि गीता में भी भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि कर्म ही प्रधान है। यदि हम बिना किसी लोभ के, बिना किसी आशा के, बिना ये सोचे कि यह पुण्य है या पाप केवल ...
क्यों हमें मंदिर में दर्शन के बाद थोड़ी देर के लिए वहां बैठना चाहिए? बहुत सारे लोगों के मन में यह प्रश्न उठता है कि जब कभी भी हम सब मंदिर जाते हैं तो मंदिर में भगवान के दर्शन करने के उपरांत क्या कुछ समय के लिए मंदिर की भूमि पर विश्राम करना चाहिए अर्थात क्या कुछ समय के लिए हमें मंदिर में बैठना चाहिए ? इस प्रश्न का उत्तर पाने के लिए अनेक लोगों ने प्रश्न किया पर कोई सही उत्तर न पा सका। आज हम पूर्ण तर्क विधि से आपको सही उत्तर देने का प्रयास करेंगे। सर्वप्रथम हमको यह जानना है कि मंदिर कौन सी जगह होती है ? मंदिर क्या है ? मंदिर वह स्थान है जहां ईश्वरी शक्ति का निवास होता है। यूं तो ईश्वरीय शक्ति संसार के हर कण में निवास करती है परंतु जिस प्रकार हवा होते हुए भी बिना पंखा चलाएं हमें हवा महसूस नहीं होती, ठीक उसी प्रकार भगवान तो सर्वत्र व्याप्त है पर उसे महसूस करने के लिए हमें भगवान के मंदिर में आश्रय लेना पड़ता है। भगवान का मंदिर वह स्थान है जहां पर प्रतिदिन लाखों-करोड़ों भक्त आते हैं, भगवान की पूजा अर्चना करते हैं और उनकी पूजा-अर्चना से उत्पन्न होने वाली सकारात्मक उ...