Shrikainchidham.org is website on Shri Neem Karoli Baba of Shri Kainchi Dham. It's a holy place where devotees get peace with Maharaj ji's blessings . Neem Karoli Baba: Apple Co-Founder, Steve Jobs who visited Kainchi Dham in the year 1974 also influenced Mark Zuckerberg, Facebook Founder to pay a visit, which he did in the year 2008 and in 2015 again are the perfect examples of the same.
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शुक्रवार का देवता कौन है? शुक्रवार का मंत्र क्या है?
शुक्रवार का दिन देवी महालक्ष्मी और शुक्र देव का दिन माना जाता है। शुक्रवार को मां लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में सुख-सुविधा की कमी नहीं रहती। साथ ही, शुक्र ग्रह की शुभता से सौंदर्य में निखार, ऐश्वर्य, कीर्ति और धन-दौलत प्राप्त होती है।
Shukrawar ( Friday) Ka Devta
शुक्रवार को मां संतोषी की पूजा और व्रत भी किया जाता है। हिंदू मान्यताओं के मुताबिक, मां संतोषी को भगवान श्री गणेश की पुत्री माना जाता है। मान्यता है कि मां संतोषी की पूजा करने से साधक के जीवन में आ रही तमाम तरह की समस्याएं दूर होती हैं और उसे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही, जिन्हें संतान सुख प्राप्त नहीं हो पा रहा वो संतान प्राप्ति के लिए इस व्रत को करते हैं। शुक्रवार को वैभव लक्ष्मी व्रत भी रखा जाता है. हिंदू मान्यताओं के मुताबिक, माता वैभव लक्ष्मी से सुख-समृद्धि और धन-धान्य का आशीर्वाद पाने के लिए शुक्रवार का व्रत सबसे उत्तम उपाय है।
शुक्रवार का नाम शुक्र देवता के नाम पर ही पड़ा है। नॉर्स पौराणिक कथाओं में फ्रिग ओडिन की पत्नी हैं। उन्हें विवाह की देवी माना जाता था।
शुक्रवार को किसका व्रत करना चाहिए?
शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी, वैभव लक्ष्मी, और संतोषी माता की पूजा की जाती है। मान्यता है कि शुक्रवार के दिन संतोषी माता का व्रत करने से घर में सुख-समृद्धि आती है. मां संतोषी को सुख-शांति और वैभव का प्रतीक माना जाता है।
शुक्रवार का व्रत तीन तरह से किया जाता है: भगवान शुक्र, संतोषी माता, वैभवलक्ष्मी देवी।
शुक्रवार के व्रत में पूजा मुख्य रूप से शाम के समय सूर्य ढलने के बाद की जाती है। शुक्रवार के व्रत में 7, 11 या 21 व्रत रखने का संकल्प लिया जाता है। पूरे दिन मन में मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करते रहना चाहिए। दिन में नमक नहीं खाना चाहिए और सिर्फ़ फलाहार करना चाहिए।
शुक्रवार का व्रत रखने से सभी तरह की समस्याएं दूर होती हैं और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। शुक्र ग्रह के दोषों को दूर करने के लिए शुक्रवार का व्रत बहुत प्रभावी होता है। मां संतोषी के व्रत से जीवन में सभी तरह की खुशियां आती हैं। मां वैभव लक्ष्मी के व्रत से धन-धान्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
शुक्रवार के दिन, माता संतोषी की पूजा-अर्चना करने के लिए घर के पवित्र स्थान पर उनकी मूर्ति या तस्वीर स्थापित करनी चाहिए। एक बड़े पात्र में शुद्ध जल भर लेना चाहिए फिर उस जल भरे पात्र के ऊपर एक कटोरी में गुड़ और भुने हुए चने रखें। अब मां की प्रतिमाके समक्ष एक दीपक जलाना चाहिए। माता संतोषी की विधिवत पूजा-अर्चना करनी चाहिए। इसके बाद शुक्रवार व्रत की कथा सुननी चाहिए। ध्यान रहें कथा सुनते या पढ़ते समय अपने हाथों में गुड़ और भुने चने ज़रूर रखें. फिर संतोषी मां की आरती करें। आरती के बाद माता को भोग लगाएं और फिर उस प्रसाद को बाटें।
शुक्रवार के दिन, स्त्री-पुरुष देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हुए श्वेत अथवा लाल रंग के पुष्प, श्वेत या लाल चंदन से पूजा करें। चावल और खीर से भगवान को भोग लगाकर प्रसाद ग्रहण करते हैं। इस व्रत के दिन उपासक को एक समय भोजन करते हुए खीर अवश्य खानी चाहिए।
शुक्रवार का व्रत शुक्त पक्ष के प्रथम शुक्रवार से शुरू करना चाहिए। अगर आप माघ महीने में इस व्रत को प्रारंभ करते हैं तो अति उत्तम होता है। मलमास या खरमास में इस व्रत को प्रारंभ नहीं करना चाहिए।
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कई मंत्र हैं। इनमें से कुछ मंत्र ये हैं:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मये नमः
ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नमः
ऊँ श्रीं क्लीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा
ॐ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा
ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नम
ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम
ॐ लक्ष्मी नारायण नम
धनाय नमो नम
इन मंत्रों का जाप करने से जीवन में खुशहाली, धन, वैभव, और समृद्धि आती है। इन मंत्रों को जपने से धन की कमी दूर होती है। सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए महालक्ष्मी के मंत्र का करीब 108 बार जाप करना शुभ माना जाता है। अगर जीवन में आर्थिक तंगी से गुजरना पड़े, तो ऊँ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा का जाप करना शुभ होता है।
संतोषी माता की पूजा के दौरान इन मंत्रों का जाप किया जाता है:
जय माँ संतोषिये देवी नमो नमः
श्री संतोषी देव्व्ये नमः
ॐ श्री गजोदेवोपुत्रिया नमः
ॐ सर्वनिवार्नाये देविभुता नमः
ॐ संतोषी महादेव्व्ये नमः
ॐ सर्वकाम फलप्रदाय नमः
ॐ ललिताये नमः
ॐ श्री संतोषी महामाया गजानंदम दायिनी शुक्रवार प्रिये देवी नारायणी नमोस्तुते
संतोषी माता को प्रसन्न करने के लिए शुक्रवार का दिन सबसे अच्छा माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन संतोषी माता का व्रत रखने वाली महिलाओं को मां जल्दी प्रसन्न होती हैं और घर को धन-धान्य से भर देती हैं।
संतोषी माता को भोग में चना, गुड़, और केला चढ़ाया जाता है। इसके अलावा, उन्हें फूल, माला, सिंदूर, अक्षत आदि भी चढ़ाए जाते हैं। पूजा के दौरान घी का दीपक जलाकर धूप दिखानी चाहिए और व्रत कथा, चालीसा, मंत्र पढ़कर आरती करनी चाहिए।
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