देवी सरस्वती परिचय
ऐतिहासिक महत्व
प्रतीकवाद और प्रतिमा विज्ञान
त्यौहार और उत्सव
आधुनिक समय में सरस्वती
अन्य संस्कृतियों में सरस्वती का प्रभाव
ज्ञान, बुद्धि और कला की देवी देवी सरस्वती को समर्पित कुछ शक्तिशाली वैदिक मंत्र यहां दिए गए हैं:
1. सरस्वती बीज मंत्र:
ॐ ऐं महासरस्वत्यै नमः
Om Aing Mahasaraswatyai Namah
Meaning: मैं महासरस्वती देवी का ध्यान एवं नमन करता हूँ।
2. विद्यार्थियों के लिए विद्या मंत्र:
सरस्वति नमस्तुभ्यं वरदे कामरूपिणि ।
विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु मे सदा ॥
Saraswati Namasthubhyam Varade Kamarupini
Vidyarambham Karishyami Siddhir Bhavatu Me Sada
Meaning: वरदान देने वाली और मनोकामना पूर्ण करने वाली देवी सरस्वती को नमस्कार। हे देवी, जब मैं अपनी पढ़ाई शुरू करूँ, तो कृपया मुझे हमेशा सही समझ की क्षमता प्रदान करें।
3. बुद्धि के लिए सरस्वती मंत्र:
शुक्लां ब्रह्मविचारसारपरमांद्यां जगद्व्यापनीं
वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यांधकारपहाम्।
हस्ते स्फाटिक मालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्
वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्।।
Shuklaam Brahmvichaar Saar Paramaadyaam Jagadvyaapineem
Veennaa Pushtak Dharineem Abhayadaam Jaad Yaapandhkaaraapahaam
Haste Sfatik Maalikaam Vidhateem Paramaasane Sansthitaam
Vande Tamm Parameshwareem Bhagavatheem Buddhi Pradaam Shaaradaam
Meaning: मैं देवी शारदा का ध्यान करता हूँ, जो शुद्ध श्वेत रंग की हैं, जिनका सबसे गहरा सार केवल ब्रह्म (पूर्ण चेतना) की प्रकृति को समझकर ही समझा जा सकता है। वह सर्वोच्च और आदिम हैं, उनका सार पूरे ब्रह्मांड में फैला हुआ है। वह वीणा (संगीत का प्रतीक) और एक पुस्तक (ज्ञान का प्रतीक) धारण करती हैं, जो निर्भयता (ज्ञान से उत्पन्न) का भाव प्रदर्शित करती हैं, जो हमारे मन से अज्ञानता के अंधकार को दूर करती है। वह अपने हाथ में स्फटिक के मोतियों की माला (पवित्रता से चमकती हुई) धारण करती हैं और कमल के आसन (जागृत चेतना की तरह खिलते हुए) पर विराजमान रहती हैं। मैं उनकी स्तुति और पूजा करता हूँ, वह सर्वोच्च देवी जो हमारी बुद्धि को जागृत करती हैं।
इन मंत्रों का जाप अक्सर बुद्धि, ज्ञान और शिक्षा में सफलता के लिए किया जाता है।
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