Neem Karoli Baba Aur Rog Mukti Vaidik Mantra प्रिय भक्तों आज हम आप सभी को ऐसे मंत्र के बारे में बताएंगे जिसका उच्चारण करके आप सभी रोगों से मुक्ति पा सकते हैं। हम सभी के जीवन में अनेकों अनेक रोग कभी न कभी आ ही जाते हैं जिनकी वजह से हम सभी का जीवन हस्त व्यस्त हो जाता है। परम पूज्य श्री नीम करोली बाबा की कृपा से और हनुमान जी के आशीर्वाद से हम सभी को बाबा जी का सानिध्य प्राप्त हुआ और बाबा जी के सानिध्य में रहकर हम सभी ने राम नाम रूपी मंत्र को जाना जिसके उच्चारण मात्र से हम सभी को प्रभु श्री राम के साथ-साथ हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है। बाबा जी के दिशा निर्देशों के अनुसार हम सभी अपने जीवन की मोह माया से मुक्ति पा सकते हैं। यूं तो जब तक जीवन है तब तक माया से मुक्ति पाना संभव नहीं हो पता परंतु गृहस्थ जीवन में रहकर भी एक सन्यासी का जीवन जीना सहज हो सकता है यदि हम ईश्वर में अपने मन को रमाने का प्रयास करें और अपने कर्म पर ध्यान दे क्योंकि गीता में भी भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि कर्म ही प्रधान है। यदि हम बिना किसी लोभ के, बिना किसी आशा के, बिना ये सोचे कि यह पुण्य है या पाप केवल ...
गंगाजी में दूध बहता है - श्री कैंची धाम | Milk flows in Ganga - Shri Kainchi Dham
जय श्री कैंची धाम
प्रिय भक्तों आज हम आपको सन 1960 की एक सत्य घटना सुनाने जा रहे हैं जो की परम पूज्य श्री नीम करौली बाबा( श्री नीब करोरी बाबा जी) के जीवन से जुड़ी हुई है और बाबा के द्वारा किए गए अनेको चमत्कारों में से एक चमत्कार के संबंध में है। माघ मेला चल रहा था और महाराज जी के दर्शनों को लगातार भक्तों का ताता लगा हुआ था। महाराज जी के दर्शनों से जैसे सभी की मनोकामनाएं रही थी।
उसी दौरान महाराज जी ने अपने भक्तों को बताते बताया की गंगा जी में जल नहीं दूध बहता रहता है। महाराज जी के ये अनोखे एवं अद्भुत वाक्य को सुन के सभी भक्त बड़े अचंभित हुवे। सभी भक्त आपस में वार्ता करने लगे की गंगा जी में तो जल प्रवाहित होता है पर महाराज श्री का कहना है कि गंगा में दूध प्रवाहित होता है। इस बात से सभी अचंभित थे।
एक दिन जब महाराज जी कुछ अन्य भक्तों के साथ गंगा जी में नौका विहार कर रहे थे तब कुछ भक्तों ने सोचा कि क्यों ना महाराज जी की बात का परीक्षण किया जाए हालांकि उन्होंने महाराज जी से कुछ नहीं कहा लेकिन नीम करोली बाबा तो अन्तर्यामी थे। उन्हें कुछ बताने की आवश्यकता ही कहा थी। बाबा जी तो बिन बोले ही सबके ह्रदय की गति को जानते थे।तब परम पूज्य महाराज जी ने खुद उनसे कहा कि एक लोटा गंगा जल भर कर उसे ढक कर रख दो।
महाराज जी के आदेश अनुसार उन भक्तों ने उस नौका में बैठे-बैठे एक लोटा जल भर लिया और उसे ढक कर रख दिया। उस ढके हुवे जल को जब गिलास में डाला गया तो वो गंगा जल शुद्ध दूध बन चुका था। इस आलोकिक चमत्कार और बाबा जी की दिव्यता को देखकर एक भक्त के मन में ये विचार आया की कोना मैं भी थोड़ा सा दूध गंगा जी से भर लू और बाद में मेले में आये हुवे अन्य भक्तो को ये चमत्कार दिखाऊंगा लेकिन महाराज जी ने गुस्से में आकर उसके हाथ से दूध का गिलास छीन लिया और गंगा जी में प्रवाहित कर दिया।
जय गुरुदेव
जय श्री कैंची धाम की
जय हो नीम करोली बाबा की
जय हो जय हो जय हो
जय श्री कैंची धाम
प्रिय भक्तों आज हम आपको सन 1960 की एक सत्य घटना सुनाने जा रहे हैं जो की परम पूज्य श्री नीम करौली बाबा( श्री नीब करोरी बाबा जी) के जीवन से जुड़ी हुई है और बाबा के द्वारा किए गए अनेको चमत्कारों में से एक चमत्कार के संबंध में है। माघ मेला चल रहा था और महाराज जी के दर्शनों को लगातार भक्तों का ताता लगा हुआ था। महाराज जी के दर्शनों से जैसे सभी की मनोकामनाएं रही थी।
उसी दौरान महाराज जी ने अपने भक्तों को बताते बताया की गंगा जी में जल नहीं दूध बहता रहता है। महाराज जी के ये अनोखे एवं अद्भुत वाक्य को सुन के सभी भक्त बड़े अचंभित हुवे। सभी भक्त आपस में वार्ता करने लगे की गंगा जी में तो जल प्रवाहित होता है पर महाराज श्री का कहना है कि गंगा में दूध प्रवाहित होता है। इस बात से सभी अचंभित थे।
एक दिन जब महाराज जी कुछ अन्य भक्तों के साथ गंगा जी में नौका विहार कर रहे थे तब कुछ भक्तों ने सोचा कि क्यों ना महाराज जी की बात का परीक्षण किया जाए हालांकि उन्होंने महाराज जी से कुछ नहीं कहा लेकिन नीम करोली बाबा तो अन्तर्यामी थे। उन्हें कुछ बताने की आवश्यकता ही कहा थी। बाबा जी तो बिन बोले ही सबके ह्रदय की गति को जानते थे।तब परम पूज्य महाराज जी ने खुद उनसे कहा कि एक लोटा गंगा जल भर कर उसे ढक कर रख दो।
महाराज जी के आदेश अनुसार उन भक्तों ने उस नौका में बैठे-बैठे एक लोटा जल भर लिया और उसे ढक कर रख दिया। उस ढके हुवे जल को जब गिलास में डाला गया तो वो गंगा जल शुद्ध दूध बन चुका था। इस आलोकिक चमत्कार और बाबा जी की दिव्यता को देखकर एक भक्त के मन में ये विचार आया की कोना मैं भी थोड़ा सा दूध गंगा जी से भर लू और बाद में मेले में आये हुवे अन्य भक्तो को ये चमत्कार दिखाऊंगा लेकिन महाराज जी ने गुस्से में आकर उसके हाथ से दूध का गिलास छीन लिया और गंगा जी में प्रवाहित कर दिया।
जय गुरुदेव
जय श्री कैंची धाम की
जय हो नीम करोली बाबा की
जय हो जय हो जय हो
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