Neem Karoli Baba ka Farman - Shri Kainchi Dham
नीम करोली बाबा का फरमान - श्री कैंची धाम
यू तो नीम करोली बाबा के चमत्कारों के अनेकों किस्से प्रचलित है और विश्व विख्यात है फिर चाहे एप्पल कम्पनी को जन्म देने की बात हो या फेसबुक कम्पनी को डूबने से बचाने का किस्सा हो। आज हम एक और सत्य घटना आप सबके सामने लेकर आए है जिसमें नीम करोली बाबा ने अपने एक प्रशासनिक भक्त का कल्याण किया।ये बात उस समय की है जब श्री नीम करोली बाबा ने एक पुलिस सब इंस्पेक्टर को पुलिस कप्तान बनने का लिखित फरमान जारी कर दिया था।
पुलिस सब इंस्पेक्टर राम नारायण सिन्हा धीरे धीरे बाबा नीम करोली के भक्त हो चले थे। एक बार जब वह बाबाजी से मिलने गये तो बाबाजी ने उनसे कागज व पेन ले आने को कहा। कागज पेन लेकर महाराज जी ने उस
पर राम राम लिखना प्रारम्भ कर दिया, जब पूरा कागज भर गया तो अन्त में बाबाजी ने लिख दिया कि तू पुलिस कप्तान बनेगा तथा अपना अंगूठा लगाकर नीचे लिख दिया बाबा नीम करोली साथ ही यह कागज श्री सिन्हा के हाथ में थमा दिया।
अंग्रेजी शासनकाल में कैसे एक हिंदुस्तानी दरोगा आई.पी.एस. अफसर बन जायेगा इस बात पर रत्ती भर यकीन न करते हुये भी उन्होने वह कागज अपने पास रख लिया!
सब इंस्पेक्टर सिन्हा के चौंकने की बारी तब आयी
जब सन् 1947 में देश के आजाद होते ही पुलिस
अफसरों की भारी कमी हो गयी और श्री सिन्हा को पुलिस कप्तान के पद पर तैनात कर दिया गया!
जय गुरूदेव 🙏💐
यू तो नीम करोली बाबा के चमत्कारों के अनेकों किस्से प्रचलित है और विश्व विख्यात है फिर चाहे एप्पल कम्पनी को जन्म देने की बात हो या फेसबुक कम्पनी को डूबने से बचाने का किस्सा हो। आज हम एक और सत्य घटना आप सबके सामने लेकर आए है जिसमें नीम करोली बाबा ने अपने एक प्रशासनिक भक्त का कल्याण किया।ये बात उस समय की है जब श्री नीम करोली बाबा ने एक पुलिस सब इंस्पेक्टर को पुलिस कप्तान बनने का लिखित फरमान जारी कर दिया था।
पुलिस सब इंस्पेक्टर राम नारायण सिन्हा धीरे धीरे बाबा नीम करोली के भक्त हो चले थे। एक बार जब वह बाबाजी से मिलने गये तो बाबाजी ने उनसे कागज व पेन ले आने को कहा। कागज पेन लेकर महाराज जी ने उस
पर राम राम लिखना प्रारम्भ कर दिया, जब पूरा कागज भर गया तो अन्त में बाबाजी ने लिख दिया कि तू पुलिस कप्तान बनेगा तथा अपना अंगूठा लगाकर नीचे लिख दिया बाबा नीम करोली साथ ही यह कागज श्री सिन्हा के हाथ में थमा दिया।
अंग्रेजी शासनकाल में कैसे एक हिंदुस्तानी दरोगा आई.पी.एस. अफसर बन जायेगा इस बात पर रत्ती भर यकीन न करते हुये भी उन्होने वह कागज अपने पास रख लिया!
सब इंस्पेक्टर सिन्हा के चौंकने की बारी तब आयी
जब सन् 1947 में देश के आजाद होते ही पुलिस
अफसरों की भारी कमी हो गयी और श्री सिन्हा को पुलिस कप्तान के पद पर तैनात कर दिया गया!
जय गुरूदेव 🙏💐
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