Neem Karoli Baba Aur Rog Mukti Vaidik Mantra प्रिय भक्तों आज हम आप सभी को ऐसे मंत्र के बारे में बताएंगे जिसका उच्चारण करके आप सभी रोगों से मुक्ति पा सकते हैं। हम सभी के जीवन में अनेकों अनेक रोग कभी न कभी आ ही जाते हैं जिनकी वजह से हम सभी का जीवन हस्त व्यस्त हो जाता है। परम पूज्य श्री नीम करोली बाबा की कृपा से और हनुमान जी के आशीर्वाद से हम सभी को बाबा जी का सानिध्य प्राप्त हुआ और बाबा जी के सानिध्य में रहकर हम सभी ने राम नाम रूपी मंत्र को जाना जिसके उच्चारण मात्र से हम सभी को प्रभु श्री राम के साथ-साथ हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है। बाबा जी के दिशा निर्देशों के अनुसार हम सभी अपने जीवन की मोह माया से मुक्ति पा सकते हैं। यूं तो जब तक जीवन है तब तक माया से मुक्ति पाना संभव नहीं हो पता परंतु गृहस्थ जीवन में रहकर भी एक सन्यासी का जीवन जीना सहज हो सकता है यदि हम ईश्वर में अपने मन को रमाने का प्रयास करें और अपने कर्म पर ध्यान दे क्योंकि गीता में भी भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि कर्म ही प्रधान है। यदि हम बिना किसी लोभ के, बिना किसी आशा के, बिना ये सोचे कि यह पुण्य है या पाप केवल ...
Neem Karoli Maharaj Ke 108 Mandir
पूरी दुनियां में नीम करोली महाराज के 108 से अधिक मन्दिर है। लगभग प्रत्येक धर्म में महाराज जी को मानने बाले भक्त है। सभी भक्त और सम्पूर्ण संसार उनके पुत्र के सामान है। फिर जब हम महाराज जी के भक्त या शिष्य व अनुयायी कहलाते है, तब हमे क्यों महसूस नहीं होता। क्योकी हम खुद को भेद दृष्टी की जंजीरों में बांधे हुवे है। हम जाति-पाती, उंच-नीच, बड़ा भक्त, छोटा भक्त, परिवार का वाहरी, आदी बातों से जूझ रहे है। हम स्वार्थ और अहम् के आगे सर्वम् तक सोच ही नही पा रहे।हम महाराज जी के आश्रम मे जन्म से मृत्यु तक सेवा देदें, फिर भी अगर 'मैं, भाव बना रहा तब क्या महाराज जी हमें अपनाएंगे? क्या महाराज जी की कृपा भेद दृष्टी वालो को प्राप्त होगी?
महाराज सब देखते हैं,, ज्यादातर सभी भक्त यही कहते है। क्या इसे अनदेखा कर देंगे?
मैं उन सभी भक्तों से माफी चाहता हूँ जिनसे कभी मेरा विवाद रहा या अभी उन्हे लगता है की मेरे साथ उनका विवाद है। पर ऐसा कतई नही हैं। हो सकता है मेरी सोच स्वयं संकुचित हो तो कृपा कर आप खुद की सोच विस्तृत कर दूरियां मिटाये। यही बाबा जी का संदेश है- *love all* अर्थात सभी से प्रेम करें। तो हम सभी आपस में क्यो नहीं कर सकते। अगर आप बाबा जी से सही मे जुडे है तो सभी भेद मिटा कर ऊपर उठे।
वसुधैव कुटुंबकम् की भावना को साकार करें।
जय श्री नीम करोली बाबा कीजय श्री कैंची धाम की
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