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शुक्रवार का देवता कौन है? शुक्रवार का मंत्र क्या है?

शुक्रवार का दिन देवी महालक्ष्मी और शुक्र देव का दिन माना जाता है। शुक्रवार को मां लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में सुख-सुविधा की कमी नहीं रहती। साथ ही, शुक्र ग्रह की शुभता से सौंदर्य में निखार, ऐश्वर्य, कीर्ति और धन-दौलत प्राप्त होती है। Shukrawar ( Friday) Ka Devta शुक्रवार को मां संतोषी की पूजा और व्रत भी किया जाता है। हिंदू मान्यताओं के मुताबिक, मां संतोषी को भगवान श्री गणेश की पुत्री माना जाता है। मान्यता है कि मां संतोषी की पूजा करने से साधक के जीवन में आ रही तमाम तरह की समस्याएं दूर होती हैं और उसे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही, जिन्हें संतान सुख प्राप्त नहीं हो पा रहा वो संतान प्राप्ति के लिए इस व्रत को करते हैं। शुक्रवार को वैभव लक्ष्मी व्रत भी रखा जाता है. हिंदू मान्यताओं के मुताबिक, माता वैभव लक्ष्मी से सुख-समृद्धि और धन-धान्य का आशीर्वाद पाने के लिए शुक्रवार का व्रत सबसे उत्तम उपाय है।  शुक्रवार का नाम शुक्र देवता के नाम पर ही पड़ा है। नॉर्स पौराणिक कथाओं में फ्रिग ओडिन की पत्नी हैं। उन्हें विवाह की देवी माना जाता था। शुक्रवार को किसका व्रत करना चाहिए?

Neem Karoli Maharaj Ke 108 Mandir | नीम करोली महाराज के 108 मंदिर

Neem Karoli Maharaj Ke 108 Mandir 
पूरी दुनियां में नीम करोली महाराज के 108 से अधिक मन्दिर है। लगभग प्रत्येक धर्म में महाराज जी को मानने बाले भक्त है। सभी भक्त और सम्पूर्ण संसार उनके पुत्र के सामान है। फिर जब हम महाराज जी के भक्त या शिष्य व अनुयायी कहलाते है, तब हमे क्यों महसूस नहीं होता। क्योकी हम खुद को  भेद दृष्टी की जंजीरों में बांधे हुवे है। हम जाति-पाती, उंच-नीच, बड़ा भक्त, छोटा भक्त, परिवार का वाहरी, आदी बातों से जूझ रहे है। हम स्वार्थ और अहम् के आगे सर्वम् तक सोच ही नही पा रहे।
Neem Karoli Maharaj Ke 108 Mandir

हम महाराज जी के आश्रम मे जन्म से मृत्यु तक सेवा देदें, फिर भी अगर 'मैं, भाव बना रहा तब क्या महाराज जी हमें अपनाएंगे? क्या महाराज जी की कृपा भेद दृष्टी वालो को प्राप्त होगी?
महाराज सब देखते हैं,, ज्यादातर सभी भक्त यही कहते है। क्या इसे अनदेखा कर देंगे?
मैं उन सभी भक्तों से माफी चाहता हूँ जिनसे कभी मेरा विवाद रहा या अभी उन्हे लगता है की मेरे साथ उनका विवाद है। पर ऐसा कतई नही हैं। हो सकता है मेरी सोच स्वयं संकुचित हो तो कृपा कर आप खुद की सोच विस्तृत कर दूरियां मिटाये। यही बाबा जी का संदेश है- *love all* अर्थात सभी से प्रेम करें। तो हम सभी आपस में क्यो नहीं कर सकते। अगर आप बाबा जी से सही मे जुडे है तो सभी भेद मिटा कर ऊपर उठे। 

वसुधैव कुटुंबकम् की भावना को साकार करें।

जय श्री नीम करोली बाबा की 
जय श्री कैंची धाम की 

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Vishnu Sahasranamam Stotram With Hindi Lyrics

Vishnu Sahasranamam Stotram Mahima ॐ  नमो भगवते वासुदेवाय नमः  प्रिय भक्तों विष्णु सहस्त्रनाम भगवान श्री हरि विष्णु अर्थात भगवान नारायण के 1000 नामों की वह श्रृंखला है जिसे जपने मात्र से मानव के समस्त दुख और कष्ट दूर हो जाते हैं और भगवान विष्णु की अगाध कृपा प्राप्त होती है।  विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करने में कोई ज्यादा नियम विधि नहीं है परंतु मन में श्रद्धा और विश्वास अटूट होना चाहिए। भगवान की पूजा करने का एक विधान है कि आपके पास पूजन की सामग्री हो या ना हो पर मन में अपने इष्ट के प्रति अगाध विश्वास और श्रद्धा अवश्य होनी चाहिए।  ठीक उसी प्रकार विष्णु सहस्रनाम का पाठ करते समय आपके हृदय में भगवान श्री विष्णु अर्थात नारायण के प्रति पूर्ण प्रेम श्रद्धा विश्वास और समर्पण भाव का होना अति आवश्यक है। जिस प्रकार की मनो स्थिति में होकर आप विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करेंगे उसी मनो स्तिथि में भगवान विष्णु आपकी पूजा को स्वीकार करके आपके ऊपर अपनी कृपा प्रदान करेंगे।    भगवान विष्णु के सहस्त्र नामों का पाठ करने की महिमा अगाध है। श्रीहरि भगवान विष्णु के 1000 नामों (Vishnu 1000 Names)के स्मरण मात्र से मनु

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